भजन संहिता 142:4
मैं ने दाहिनी ओर देखा, परन्तु कोई मुझे नहीं देखता है। मेरे लिये शरण कहीं नहीं रही, न मुझ को कोई पूछता है॥
I looked | הַבֵּ֤יט | habbêṭ | ha-BATE |
on my right hand, | יָמִ֨ין׀ | yāmîn | ya-MEEN |
beheld, and | וּרְאֵה֮ | ûrĕʾēh | oo-reh-A |
but there was no man | וְאֵֽין | wĕʾên | veh-ANE |
know would that | לִ֪י | lî | lee |
me: refuge | מַ֫כִּ֥יר | makkîr | MA-KEER |
failed | אָבַ֣ד | ʾābad | ah-VAHD |
מָנ֣וֹס | mānôs | ma-NOSE | |
man no me; | מִמֶּ֑נִּי | mimmennî | mee-MEH-nee |
cared | אֵ֖ין | ʾên | ane |
for my soul. | דּוֹרֵ֣שׁ | dôrēš | doh-RAYSH |
לְנַפְשִֽׁי׃ | lĕnapšî | leh-nahf-SHEE |