Isaiah 22:5
क्योंकि सेनाओं के प्रभु यहोवा का ठहराया हुआ दिन होगा, जब दर्शन की तराई में कोलाहल और रौंदा जाना और बेचैनी होगी; शहरपनाह में सुरंग लगाई जाएगी और दोहाई का शब्द पहाड़ों तक पहुंचेगा।
For | כִּ֣י | kî | kee |
it is a day | יוֹם֩ | yôm | yome |
of trouble, | מְהוּמָ֨ה | mĕhûmâ | meh-hoo-MA |
down, treading of and | וּמְבוּסָ֜ה | ûmĕbûsâ | oo-meh-voo-SA |
and of perplexity | וּמְבוּכָ֗ה | ûmĕbûkâ | oo-meh-voo-HA |
by the Lord | לַֽאדֹנָ֧י | laʾdōnāy | la-doh-NAI |
God | יְהוִ֛ה | yĕhwi | yeh-VEE |
of hosts | צְבָא֖וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
in the valley | בְּגֵ֣י | bĕgê | beh-ɡAY |
of vision, | חִזָּי֑וֹן | ḥizzāyôn | hee-za-YONE |
down breaking | מְקַרְקַ֥ר | mĕqarqar | meh-kahr-KAHR |
the walls, | קִ֖ר | qir | keer |
and of crying | וְשׁ֥וֹעַ | wĕšôaʿ | veh-SHOH-ah |
to | אֶל | ʾel | el |
the mountains. | הָהָֽר׃ | hāhār | ha-HAHR |