Isaiah 36:16
हिजकिय्याह की मत सुनो; अश्शूर का राजा कहता है, भेंट भेज कर मुझे प्रसन्न करो और मेरे पास निकल आओ; तब तुम अपनी अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष के फल खा पाओगे, और अपने अपने कुण्ड का पानी पिया करोगे;
Hearken | אַֽל | ʾal | al |
not | תִּשְׁמְע֖וּ | tišmĕʿû | teesh-meh-OO |
to | אֶל | ʾel | el |
Hezekiah: | חִזְקִיָּ֑הוּ | ḥizqiyyāhû | heez-kee-YA-hoo |
for | כִּי֩ | kiy | kee |
thus | כֹ֨ה | kō | hoh |
saith | אָמַ֜ר | ʾāmar | ah-MAHR |
the king | הַמֶּ֣לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
of Assyria, | אַשּׁ֗וּר | ʾaššûr | AH-shoor |
Make | עֲשֽׂוּ | ʿăśû | uh-SOO |
with agreement an | אִתִּ֤י | ʾittî | ee-TEE |
me by a present, | בְרָכָה֙ | bĕrākāh | veh-ra-HA |
out come and | וּצְא֣וּ | ûṣĕʾû | oo-tseh-OO |
to | אֵלַ֔י | ʾēlay | ay-LAI |
eat and me: | וְאִכְל֤וּ | wĕʾiklû | veh-eek-LOO |
ye every one | אִישׁ | ʾîš | eesh |
vine, his of | גַּפְנוֹ֙ | gapnô | ɡahf-NOH |
and every one | וְאִ֣ישׁ | wĕʾîš | veh-EESH |
tree, fig his of | תְּאֵנָת֔וֹ | tĕʾēnātô | teh-ay-na-TOH |
and drink | וּשְׁת֖וּ | ûšĕtû | oo-sheh-TOO |
one every ye | אִ֥ישׁ | ʾîš | eesh |
the waters | מֵי | mê | may |
of his own cistern; | בוֹרֽוֹ׃ | bôrô | voh-ROH |