Isaiah 61:3
और सिय्योन के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सुन्दर पगड़ी बान्ध दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हर्ष का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धर्म के बांजवृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएं और जिस से उसकी महिमा प्रगट हो।
Isaiah 61:3 in Other Translations
King James Version (KJV)
To appoint unto them that mourn in Zion, to give unto them beauty for ashes, the oil of joy for mourning, the garment of praise for the spirit of heaviness; that they might be called trees of righteousness, the planting of the LORD, that he might be glorified.
American Standard Version (ASV)
to appoint unto them that mourn in Zion, to give unto them a garland for ashes, the oil of joy for mourning, the garment of praise for the spirit of heaviness; that they may be called trees of righteousness, the planting of Jehovah, that he may be glorified.
Bible in Basic English (BBE)
To give them a fair head-dress in place of dust, the oil of joy in place of the clothing of grief, praise in place of sorrow; so that they may be named trees of righteousness, the planting of the Lord, and so that he may have glory.
Darby English Bible (DBY)
to appoint unto them that mourn in Zion, that beauty should be given unto them instead of ashes, the oil of joy instead of mourning, the garment of praise instead of the spirit of heaviness: that they might be called terebinths of righteousness, the planting of Jehovah, that he may be glorified.
World English Bible (WEB)
to appoint to those who mourn in Zion, to give to them a garland for ashes, the oil of joy for mourning, the garment of praise for the spirit of heaviness; that they may be called trees of righteousness, the planting of Yahweh, that he may be glorified.
Young's Literal Translation (YLT)
To appoint to mourners in Zion, To give to them beauty instead of ashes, The oil of joy instead of mourning, A covering of praise for a spirit of weakness, And He is calling to them, `Trees of righteousness, The planting of Jehovah -- to be beautified.'
| To appoint | לָשׂ֣וּם׀ | lāśûm | la-SOOM |
| mourn that them unto | לַאֲבֵלֵ֣י | laʾăbēlê | la-uh-vay-LAY |
| in Zion, | צִיּ֗וֹן | ṣiyyôn | TSEE-yone |
| to give | לָתֵת֩ | lātēt | la-TATE |
| beauty them unto | לָהֶ֨ם | lāhem | la-HEM |
| for | פְּאֵ֜ר | pĕʾēr | peh-ARE |
| ashes, | תַּ֣חַת | taḥat | TA-haht |
| the oil | אֵ֗פֶר | ʾēper | A-fer |
| joy of | שֶׁ֤מֶן | šemen | SHEH-men |
| for | שָׂשׂוֹן֙ | śāśôn | sa-SONE |
| mourning, | תַּ֣חַת | taḥat | TA-haht |
| the garment | אֵ֔בֶל | ʾēbel | A-vel |
| praise of | מַעֲטֵ֣ה | maʿăṭē | ma-uh-TAY |
| for | תְהִלָּ֔ה | tĕhillâ | teh-hee-LA |
| the spirit | תַּ֖חַת | taḥat | TA-haht |
| of heaviness; | ר֣וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
| called be might they that | כֵּהָ֑ה | kēhâ | kay-HA |
| trees | וְקֹרָ֤א | wĕqōrāʾ | veh-koh-RA |
| righteousness, of | לָהֶם֙ | lāhem | la-HEM |
| the planting | אֵילֵ֣י | ʾêlê | ay-LAY |
| Lord, the of | הַצֶּ֔דֶק | haṣṣedeq | ha-TSEH-dek |
| that he might be glorified. | מַטַּ֥ע | maṭṭaʿ | ma-TA |
| יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA | |
| לְהִתְפָּאֵֽר׃ | lĕhitpāʾēr | leh-heet-pa-ARE |
Cross Reference
Jeremiah 17:7
धन्य है वह पुरुष जो यहोवा पर भरोसा रखता है, जिसने परमेश्वर को अपना आधार माना हो।
Isaiah 61:10
मैं यहोवा के कारण अति आनन्दित होऊंगा, मेरा प्राण परमेश्वर के कारण मगन रहेगा; क्योंकि उसने मुझे उद्धार के वस्त्र पहिनाए, और धर्म की चद्दर ऐसे ओढ़ा दी है जैसे दूल्हा फूलों की माला से अपने आप को सजाता और दुल्हिन अपने गहनों से अपना सिंगार करती है।
John 16:20
मैं तुम से सच सच कहता हूं; कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द करेगा: तुम्हें शोक होगा, परन्तु तुम्हारा शोक आनन्द बन जाएगा।
Psalm 45:7
तू ने धर्म से प्रीति और दुष्टता से बैर रखा है। इस कारण परमेश्वर ने हां तेरे परमेश्वर ने तुझ को तेरे साथियों से अधिक हर्ष के तेल से अभिषेक किया है।
1 Peter 2:9
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
Psalm 30:11
तू ने मेरे लिये विलाप को नृत्य में बदल डाला, तू ने मेरा टाट उतरवाकर मेरी कमर में आनन्द का पटुका बान्धा है;
Psalm 23:5
तू मेरे सताने वालों के साम्हने मेरे लिये मेज बिछाता है; तू ने मेरे सिर पर तेल मला है, मेरा कटोरा उमण्ड रहा है।
Ecclesiastes 9:8
तेरे वस्त्र सदा उजले रहें, और तेरे सिर पर तेल की घटी न हो॥
Zechariah 3:5
तब मैं ने कहा, इसके सिर पर एक शुद्ध पगड़ी रखी जाए। और उन्होंने उसके सिर पर याजक के योग्य शुद्ध पगड़ी रखी, और उसको वस्त्र पहिनाए; उस समय यहोवा का दूत पास खड़ा रहा॥
Matthew 5:16
उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देखकर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें॥
Matthew 7:17
इसी प्रकार हर एक अच्छा पेड़ अच्छा फल लाता है और निकम्मा पेड़ बुरा फल लाता है।
1 Corinthians 6:20
क्योंकि दाम देकर मोल लिये गए हो, इसलिये अपनी देह के द्वारा परमेश्वर की महिमा करो॥
Psalm 104:15
और दाखमधु जिस से मनुष्य का मन आनन्दित होता है, और तेल जिस से उसका मुख चमकता है, और अन्न जिस से वह सम्भल जाता है।
Esther 8:15
तब मोर्दकै नीले और श्वेत रंग के राजकीय वस्त्र पहिने और सिर पर सोने का बड़ा मुमुट धरे हुए और सूक्ष्मसन और बैंजनी रंग का बागा पहिने हुए, राजा के सम्मुख से निकला, और शूशन नगर के लोग आनन्द के मारे ललकार उठे।
Esther 4:1
जब मोर्दकै ने जान लिया कि क्या क्या किया गया है तब मोर्दकै वस्त्र फाड़, टाट पहिन, राख डालकर, नगर के मध्य जा कर ऊंचे और दुखभरे शब्द से चिल्लाने लगा;
Esther 9:22
जिन में यहूदियों ने अपने शत्रुओं से विश्राम पाया, और यह महीना जिस में शोक आनन्द से, और विलाप खुशी से बदला गया; (माना करें) और उन को जेवनार और आनन्द और एक दूसरे के पास बैना भेजने ओर कंगालों को दान देने के दिन मानें।
Psalm 92:12
धर्मी लोग खजूर की नाईं फूले फलेंगे, और लबानोन के देवदार की नाईं बढ़ते रहेंगे।
Isaiah 12:1
उस दिन तू कहेगा, हे यहोवा, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, क्योंकि यद्यिप तू मुझ पर क्रोधित हुआ था, परन्तु अब तेरा क्रोध शान्त हुआ, और तू ने मुझे शान्ति दी है॥
Isaiah 60:20
तेरा सूर्य फिर कभी अस्त न होगा और न तेरे चन्द्रमा की ज्योति मलिन होगी; क्योंकि यहोवा तेरी सदैव की ज्योति होगा और तरे विलाप के दिन समाप्त हो जाएंगे।
Luke 15:22
परन्तु पिता ने अपने दासों से कहा; फट अच्छे से अच्छा वस्त्र निकालकर उसे पहिनाओ, और उसके हाथ में अंगूठी, और पांवों में जूतियां पहिनाओ।
John 15:8
मेरे पिता की महिमा इसी से होती है, कि तुम बहुत सा फल लाओ, तब ही तुम मेरे चेले ठहरोगे।
Philippians 1:11
और उस धामिर्कता के फल से जो यीशु मसीह के द्वारा होते हैं, भरपूर होते जाओ जिस से परमेश्वर की महिमा और स्तुति होती रहे॥
2 Thessalonians 1:10
यह उस दिन होगा, जब वह अपने पवित्र लोगों में महिमा पाने, और सब विश्वास करने वालों में आश्चर्य का कारण होने को आएगा; क्योंकि तुम ने हमारी गवाही की प्रतीति की।
1 Peter 4:14
फिर यदि मसीह के नाम के लिये तुम्हारी निन्दा की जाती है, तो धन्य हो; क्योंकि महिमा का आत्मा, जो परमेश्वर का आत्मा है, तुम पर छाया करता है।
Revelation 7:9
इस के बाद मैं ने दृष्टि की, और देखो, हर एक जाति, और कुल, और लोग और भाषा में से एक ऐसी बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था श्वेत वस्त्र पहिने, और अपने हाथों में खजूर की डालियां लिये हुए सिंहासन के साम्हने और मेम्ने के साम्हने खड़ी है।