Isaiah 64:6 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 64 Isaiah 64:6

Isaiah 64:6
हम तो सब के सब अशुद्ध मनुष्य के से हैं, और हमारे धर्म के काम सब के सब मैले चिथड़ों के समान हैं। हम सब के सब पत्ते की नाईं मुर्झा जाते हैं, और हमारे अधर्म के कामों ने हमें वायु की नाईं उड़ा दिया है।

Isaiah 64:5Isaiah 64Isaiah 64:7

Isaiah 64:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
But we are all as an unclean thing, and all our righteousnesses are as filthy rags; and we all do fade as a leaf; and our iniquities, like the wind, have taken us away.

American Standard Version (ASV)
For we are all become as one that is unclean, and all our righteousnesses are as a polluted garment: and we all do fade as a leaf; and our iniquities, like the wind, take us away.

Bible in Basic English (BBE)
And there is no one who makes prayer to your name, or who is moved to keep true to you: for your face is veiled from us, and you have given us into the power of our sins.

Darby English Bible (DBY)
And we are all become as an unclean [thing], and all our righteousnesses are as filthy rags; and we all fade as a leaf, and our iniquities, like the wind, have carried us away;

World English Bible (WEB)
For we are all become as one who is unclean, and all our righteousness are as a polluted garment: and we all do fade as a leaf; and our iniquities, like the wind, take us away.

Young's Literal Translation (YLT)
And we are as unclean -- all of us, And as a garment passing away, all our righteous acts; And we fade as a leaf -- all of us. And our iniquities as wind do take us away.

But
we
are
וַנְּהִ֤יwannĕhîva-neh-HEE
all
כַטָּמֵא֙kaṭṭāmēʾha-ta-MAY
as
an
unclean
כֻּלָּ֔נוּkullānûkoo-LA-noo
all
and
thing,
וּכְבֶ֥גֶדûkĕbegedoo-heh-VEH-ɡed
our
righteousnesses
עִדִּ֖יםʿiddîmee-DEEM
are
as
filthy
כָּלkālkahl
rags;
צִדְקֹתֵ֑ינוּṣidqōtênûtseed-koh-TAY-noo
all
we
and
וַנָּ֤בֶלwannābelva-NA-vel
do
fade
כֶּֽעָלֶה֙keʿālehkeh-ah-LEH
as
a
leaf;
כֻּלָּ֔נוּkullānûkoo-LA-noo
iniquities,
our
and
וַעֲוֺנֵ֖נוּwaʿăwōnēnûva-uh-voh-NAY-noo
like
the
wind,
כָּר֥וּחַkārûaḥka-ROO-ak
have
taken
us
away.
יִשָּׂאֻֽנוּ׃yiśśāʾunûyee-sa-oo-NOO

Cross Reference

Psalm 90:5
तू मनुष्यों को धारा में बहा देता है; वे स्वप्न से ठहरते हैं, वे भोर को बढ़ने वाली घास के समान होते हैं।

Ephesians 2:1
और उस ने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे।

Romans 7:24
मैं कैसा अभागा मनुष्य हूं! मुझे इस मृत्यु की देह से कौन छुड़ाएगा?

Zechariah 3:3
उस समय यहोशू तो दूत के साम्हने मैला वस्त्र पहिने हुए खड़ा था।

Job 42:5
मैं कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं;

Job 14:4
अशुद्ध वस्तु से शुद्ध वस्तु को कौन निकाल सकता है? कोई नहीं।

Isaiah 6:5
तब मैं ने कहा, हाय! हाय! मैं नाश हूआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं; क्योंकि मैं ने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा है!

Isaiah 40:6
बोलने वाले का वचन सुनाई दिया, प्रचार कर! मैं ने कहा, मैं क्या प्रचार करूं? सब प्राणी घास हैं, उनकी शोभा मैदान के फूल के समान है।

Romans 7:18
क्योंकि मैं जानता हूं, कि मुझ में अर्थात मेरे शरीर में कोई अच्छी वस्तु वास नहीं करती, इच्छा तो मुझ में है, परन्तु भले काम मुझ से बन नहीं पड़ते।

Philippians 3:9
और उस में पाया जाऊं; न कि अपनी उस धामिर्कता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन उस धामिर्कता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है।

Revelation 3:17
तू जो कहता है, कि मैं धनी हूं, और धनवान हो गया हूं, और मुझे किसी वस्तु की घटी नहीं, और यह नहीं जानता, कि तू अभागा और तुच्छ और कंगाल और अन्धा, और नंगा है।

Revelation 7:13
इस पर प्राचीनों में से एक ने मुझ से कहा; ये श्वेत वस्त्र पहिने हुए कौन हैं? और कहां से आए हैं?

1 Peter 1:24
क्योंकि हर एक प्राणी घास की नाईं है, और उस की सारी शोभा घास के फूल की नाईं है: घास सूख जाती है, और फूल झड़ जाता है।

James 1:10
और धनवान अपनी नीच दशा पर: क्योंकि वह घास के फूल की नाईं जाता रहेगा।

Titus 3:3
क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।

Job 25:4
फिर मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में धमीं क्योंकर ठहर सकता है? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है वह क्योंकर निर्मल हो सकता है?

Job 40:4
देख, मैं तो तुच्छ हूँ, मैं तुझे क्या उत्तर दूं? मैं अपनी अंगुली दांत तले दबाता हूँ।

Psalm 1:4
दुष्ट लोग ऐसे नहीं होते, वे उस भूसी के समान होते हैं, जो पवन से उड़ाई जाती है।

Psalm 51:5
देख, मैं अधर्म के साथ उत्पन्न हुआ, और पाप के साथ अपनी माता के गर्भ में पड़ा॥

Isaiah 46:12
हे कठोर मनवालो तुम जो धर्म से दूर हो, कान लगाकर मेरी सुनो।

Isaiah 48:1
हे याकूब के घराने, यह बात सुन, तुम जो इस्राएली कहलाते हो; जो यहोवा के नाम की शपथ खाते हो और इस्राएल के परमेश्वर की चर्चा तो करते हो, परन्तु सच्चाई और धर्म से नहीं करते।

Isaiah 53:6
हम तो सब के सब भेड़ों की नाईं भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया॥

Isaiah 57:12
मैं आप तेरे धर्म और कर्मों का वर्णन करूंगा, परन्तु, उन से तुझे कुछ लाभ न होगा।

Jeremiah 4:11
उस समय तेरी इस प्रजा से और यरूशलेम सें भी कहा जाएगा, जंगल के मुण्डे टीलों पर से प्रजा के लोगों की ओर लू बह रही है, वह ऐसी वायु नहीं जिस से ओसाना वा फरछाना हो,

Hosea 4:19
आंधी उन को अपने पंखों में बान्ध कर उड़ा ले जाएगी, और उनके बलिदानों के कारण उनकी आशा टूट जाएगी॥

Zechariah 5:8
और दूत ने कहा, इसका अर्थ दुष्टता है। और उसने उस स्त्री को एपा के बीच में दबा दिया, और शीशे के उस बटखरे को ले कर उस से एपा का मुंह ढांप दिया।

Job 15:14
मनुष्य है क्या कि वह निष्कलंक हो? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ वह है क्या कि निर्दोष हो सके?