Titus 3:3
क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।
Titus 3:3 in Other Translations
King James Version (KJV)
For we ourselves also were sometimes foolish, disobedient, deceived, serving divers lusts and pleasures, living in malice and envy, hateful, and hating one another.
American Standard Version (ASV)
For we also once were foolish, disobedient, deceived, serving divers lusts and pleasures, living in malice and envy, hateful, hating one another.
Bible in Basic English (BBE)
For in the past we were foolish, hard in heart, turned from the true way, servants of evil desires and pleasures, living in bad feeling and envy, hated and hating one another.
Darby English Bible (DBY)
For we were once ourselves also without intelligence, disobedient, wandering in error, serving various lusts and pleasures, living in malice and envy, hateful, [and] hating one another.
World English Bible (WEB)
For we were also once foolish, disobedient, deceived, serving various lusts and pleasures, living in malice and envy, hateful, and hating one another.
Young's Literal Translation (YLT)
for we were once -- also we -- thoughtless, disobedient, led astray, serving desires and pleasures manifold, in malice and envy living, odious -- hating one another;
| For | Ἦμεν | ēmen | A-mane |
| we ourselves | γάρ | gar | gahr |
| also | ποτε | pote | poh-tay |
| were | καὶ | kai | kay |
| sometimes | ἡμεῖς | hēmeis | ay-MEES |
| foolish, | ἀνόητοι | anoētoi | ah-NOH-ay-too |
| disobedient, | ἀπειθεῖς | apeitheis | ah-pee-THEES |
| deceived, | πλανώμενοι | planōmenoi | pla-NOH-may-noo |
| serving | δουλεύοντες | douleuontes | thoo-LAVE-one-tase |
| divers | ἐπιθυμίαις | epithymiais | ay-pee-thyoo-MEE-ase |
| lusts | καὶ | kai | kay |
| and | ἡδοναῖς | hēdonais | ay-thoh-NASE |
| pleasures, | ποικίλαις | poikilais | poo-KEE-lase |
| living | ἐν | en | ane |
| in | κακίᾳ | kakia | ka-KEE-ah |
| malice | καὶ | kai | kay |
| and | φθόνῳ | phthonō | FTHOH-noh |
| envy, | διάγοντες | diagontes | thee-AH-gone-tase |
| hateful, | στυγητοί | stygētoi | styoo-gay-TOO |
| and hating | μισοῦντες | misountes | mee-SOON-tase |
| one another. | ἀλλήλους | allēlous | al-LAY-loos |
Cross Reference
Colossians 3:7
और तुम भी, जब इन बुराइयों में जीवन बिताते थे, तो इन्हीं के अनुसार चलते थे।
Colossians 1:21
और उस ने अब उसकी शारीरिक देह में मृत्यु के द्वारा तुम्हारा भी मेल कर लिया जो पहिले निकाले हुए थे और बुरे कामों के कारण मन से बैरी थे।
Ephesians 2:1
और उस ने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे।
Proverbs 1:22
हे भोले लोगो, तुम कब तक भोलेपन से प्रीति रखोगे? और हे ठट्ठा करने वालो, तुम कब तक ठट्ठा करने से प्रसन्न रहोगे? और हे मूर्खों, तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे?
Romans 1:29
सो वे सब प्रकार के अधर्म, और दुष्टता, और लोभ, और बैरभाव, से भर गए; और डाह, और हत्या, और झगड़े, और छल, और ईर्षा से भरपूर हो गए, और चुगलखोर,
Romans 3:9
तो फिर क्या हुआ? क्या हम उन से अच्छे हैं? कभी नहीं; क्योंकि हम यहूदियों और यूनानियों दोनों पर यह दोष लगा चुके हैं कि वे सब के सब पाप के वश में हैं।
2 Timothy 3:2
क्योंकि मनुष्य अपस्वार्थी, लोभी, डींगमार, अभिमानी, निन्दक, माता-पिता की आज्ञा टालने वाले, कृतघ्न, अपवित्र।
James 1:26
यदि कोई अपने आप को भक्त समझे, और अपनी जीभ पर लगाम न दे, पर अपने हृदय को धोखा दे, तो उस की भक्ति व्यर्थ है।
1 Peter 1:14
और आज्ञाकारी बालकों की नाईं अपनी अज्ञानता के समय की पुरानी अभिलाषाओं के सदृश न बनो।
1 Peter 4:1
सो जब कि मसीह ने शरीर में होकर दुख उठाया तो तुम भी उस ही मनसा को धारण करके हथियार बान्ध लो क्योंकि जिसने शरीर में दुख उठाया, वह पाप से छूट गया।
Revelation 12:9
और वह बड़ा अजगर अर्थात वही पुराना सांप, जो इब्लीस और शैतान कहलाता है, और सारे संसार का भरमाने वाला है, पृथ्वी पर गिरा दिया गया; और उसके दूत उसके साथ गिरा दिए गए।
Revelation 13:14
और उन चिन्हों के कारण जिन्हें उस पशु के साम्हने दिखाने का अधिकार उसे दिया गया था; वह पृथ्वी के रहने वालों को इस प्रकार भरमाता था, कि पृथ्वी के रहने वालों से कहता था, कि जिस पशु के तलवार लगी थी, वह जी गया है, उस की मूरत बनाओ।
Revelation 18:2
उस ने ऊंचे शबद से पुकार कर कहा, कि गिर गया बड़ा बाबुल गिर गया है: और दुष्टात्माओं का निवास, और हर एक अशुद्ध आत्मा का अड्डा, और एक अशुद्ध और घृणित पक्षी का अड्डा हो गया।
Galatians 6:3
क्योंकि यदि कोई कुछ न होने पर भी अपने आप को कुछ समझता है, तो अपने आप को धोखा देता है।
2 Corinthians 12:20
क्योंकि मुझे डर है, कहीं ऐसा न हो, कि मैं आकर जैसे चाहता हूं, वैसे तुम्हें न पाऊं; और मुझे भी जैसा तुम नहीं चाहते वैसा ही पाओ, कि तुम में झगड़ा, डाह, क्रोध, विरोध, ईर्ष्या, चुगली, अभिमान और बखेड़े हों।
Proverbs 8:5
हे भोलो, चतुराई सीखो; और हे मूर्खों, अपने मन में समझ लो
Proverbs 9:6
भोलों का संग छोड़ो, और जीवित रहो, समझ के मार्ग में सीधे चलो।
Isaiah 44:20
वह राख खाता है; भरमाई हुई बुद्धि के कारण वह भटकाया गया है और वह न अपने को बचा सकता और न यह कह सकता है, क्या मेरे दाहिने हाथ में मिथ्या नहीं?
Obadiah 1:3
हे पहाड़ों की दरारों में बसने वाले, हे ऊंचे स्थान में रहने वाले, तेरे अभिमान ने तुझे धोखा दिया है; तू मन में कहता है,
Matthew 21:29
उस ने उत्तर दिया, मैं नहीं जाऊंगा, परन्तु पीछे पछता कर गया।
Luke 21:8
उस ने कहा; चौकस रहो, कि भरमाए न जाओ, क्योंकि बहुतेरे मेरे नाम से आकर कहेंगे, कि मैं वही हूं; और यह भी कि समय निकट आ पहुंचा है: तुम उन के पीछे न चले जाना।
John 8:34
यीशु ने उन को उत्तर दिया; मैं तुम से सच सच कहता हूं कि जो कोई पाप करता है, वह पाप का दास है।
Acts 9:1
और शाऊल जो अब तक प्रभु के चेलों को धमकाने और घात करने की धुन में था, महायाजक के पास गया।
Acts 26:19
सो हे राजा अग्रिप्पा, मैं ने उस स्वर्गीय दर्शन की बात न टाली।
Romans 6:17
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, कि तुम जो पाप के दास थे तौभी मन से उस उपदेश के मानने वाले हो गए, जिस के सांचे में ढाले गए थे।
Romans 6:22
क्योंकि उन का अन्त तो मृत्यु है परन्तु अब पाप से स्वतंत्र होकर और परमेश्वर के दास बनकर तुम को फल मिला जिस से पवित्रता प्राप्त होती है, और उसका अन्त अनन्त जीवन है।
1 Corinthians 6:9
क्या तुम नहीं जानते, कि अन्यायी लोग परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे? धोखा न खाओ, न वेश्यागामी, न मूर्तिपूजक, न परस्त्रीगामी, न लुच्चे, न पुरूषगामी।
Psalm 36:2
वह अपने अधर्म के प्रगट होने और घृणित ठहरने के विषय अपने मन में चिकनी चुपड़ी बातें विचारता है।